लाखों के जेवरात व 55 हजार नकदी बरामद, दो तमंचा के साथ तीन कथित चोर गिरफ्तार

December 1, 2020 12:27 PM0 commentsViews: 263
Share news


अजीतसिंह

सिद्धार्थनगर। स्वाट और डुमरियागंज पुलिस  ने संयुक्त अभियान के तीन शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके पास से भारी मात्रा में चोरी का माल भी बरामद किया है। काफी दिनों बाद इसे पुलिस की बड़ी कामयाबी तथा चोरी का असली खुलासा माना जा रहा है।

पुलिस अधीक्षक राम अभिलाष त्रिपाठी ने बताया कि 12 नवंबर की रात डुमरियागंज थाना क्षेत्र के बिजवार बढ़ई गांव में चोरी हुई थी। जिसके खुलासे के प्रयास में स्वाट व डुमरियागंज पुलिस टीम लगी थी। सोमवार सुबह सूचना मिली कि चोरी करने वाले गिरोह के कुछ लोग क्षेत्र के प्राणपुर बांध के पास स्थित एक झोपड़ी में हैं। मामले को संज्ञान में लेते हुए टीम बताए हुए स्थान पर पहुंच गई। यहां पहुंचे तो झोपड़ी में पांच लोग थे, लेकिन पुलिस को आता देख दो लोग भाग गए शेष तीन को पकड़ लिया गया। मौके पर पलिस ने भारी मात्रा में चोरी के जेवर व 55 हजार बरामद की।

पूछताछ में इन्होंने अपनी पहचान राजमन केटव निवासी जमलाजोत थाना मिश्रौलिया, धनीराम वर्मा निवासी मदरहिया थाना शोहरतगढ़ और सतीश चंद्र सोनी निवासी बैदौला थाना डुमरियागंज बताया। इनमें राजमन के खिलाफ जिले के अलावा बलरामपुर सहित अन्य जनपदों में लूट, डकैती, चोरी सहित २० से अधिक मुकदमें हैं। धनीराम के खिलाफ लूट, चोरी के छह मुदकमें दर्ज हैं। जबकि सतीश लूटे गए माल को खरीदने का काम करता है।

इनके खिलाफ केस दर्ज करके जेल भेज दिया गया। पकड़े गये बदमाशों के पास से पुलिस  टीम ने  जवरात व 55 हजार नकद सहित दो देसी पिस्तौल, एक बाइक भी शामिल है। पलिस टीम में एसओ डुमरियागंज केडी सिंह, स्वाट प्रभारी पकंज कुमार पांडेय, एसआई आनंद कुमार, परसा नाथ सिंह, दद्रन राय, आरक्षी पवन कुमार तिवारी, अखिलेश यादव, वीरेंद्र त्रिपाठी, दिलीप वर्मा आदि शामिल रहे।



राजमन ने फिर से रखा अपराध की दुनियां में कदम

 इस सलसिले में गौर करने कि बात है कि शातिर अपराधी राजमन ने अपराध की दुनियां से नाता तोड़ लिया था। मगर सात साल बाद उसने फिर से जरायम की दुनियां में कदम रख दिया। ऐसा क्यों हुआ, यह पता चल नहीं पा रहा है।

 पुलिस के रिकार्ड पर गौर करें तो राजमन केवट ने लूट से अपराध की दुनिया
में कदम रखा था। वर्ष १९९५ में मिश्रौलिया थाना में उसके खिलाफ लूट का
पहला मुकदमा लखा गया था। २५ वर्ष पूर्व से यह अपराध करता आ रहा है। इस
दौरान इसके खिलाफ लूट, डकैती, मादक पदार्थ की तस्करी, सहित कई मुकदमें
दर्ज हुए। वर्ष २०१३ तक अपराध करने का सिलसिला जारी रहा। एक बार फिर सात
साल बाद १२ नवंबर रात में डुमरियागंज थाना क्षेत्र के बिजवार बढ़ई गांव
में चोरी की। पूछताछ में उसने पुलिस के समक्ष यह स्वीकार भी किया।

Leave a Reply