मलिक सोशल फाउंडेशन का गठन, संयोजन समिति बनी, नये साल से एजेंडे पर करेगी काम
अजीत सिंह
डुमरियागंज, सिद्धार्थनगर। मलिक सोशल फाउंडेशन की पहली जनरल बॉडी मीटिंग में शिक्षा के क्षेत्र में काम करने की प्रतिबद्धता बतायी गई है। इसके अलावा, स्वास्थ, रोजगार के क्षेत्र में भी काम करने की जताने के साथ आम आदमी के लिए सोशल सिक्योरिटी के बेहतर आयाम मुहैय्या करवाने की दिशा में काम करने का फैसला लिया गया है। संस्था अखिल भारतीय स्तर पर काम करेगी। इसकी तैयारी की जा रही है।
डुमरियागंज के एकता टेंट हाउस के बेसमेंट में हुई बैठक में हुई पहली बैठक में लोगों ने अपना नजरिया पेश किया। प्रोग्राम में पत्रकार नजीर मलिक ने मलिक शब्द का इतिहास पेश करते हुए बताया कि यह कोई जाति नहीं है। उन्होंने इसकी अंतर्राट्रीय स्वीकार्यता पर चर्चा करते हुए कहा कि मलिक एक रेस है। यह एक मार्शल कौम है। मार्शल कौमें दुनियां के लिए लड़ती रही हैं। उम्मीद है कि यह संस्था अपने मर्शल रेस के चरित्र और विरासत को कायम रखेगी।
कार्यक्रम में एडवोकेट नजीर अहमद मलिक ने जहां शिक्षा की महत्ता पर प्रकाश डाले हुए इस दिश में अधिक काम करने की जरूरत बताया। उन्होंने कहा कि आज सिस्टम में जाकर ही देश और समाज की दिशा दशा बदली जा सकती है। इसके लिए एजूकेशन जरूरी है। पत्रकार जी एच कादिर ने अगर इस संस्था ने हर जाति धर्म के लिए काम किया तो कोई कारण नहीं के संस्था आगे न बढ़े सके। तो
कार्यक्रम में मलिक मोहम्मद सलमान ने उन कारणों का हवाला दिया जो समाज के पिछड़ेपन की जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि युवाओं को पढ़ लिख कर आज प्रशासनिक क्षेत्र, मीडिया, राजनीति आदि के क्षे़त्र में आने की जरूरत है। मीटिंग में नौशाद मलिक , शारिक मलिक, ने अपने क्रन्तिकारी भाषण में सर सैयद अहमद के हवाले से एजूकेशन की महत्ता पर प्रकाशा डाला तथा शिक्षित युवओं को काम कैसे दिया जाये इस पर ध्यान देने की जरूरत बताया। बैठक में कार्यक्रम के आर्गनाइजर आबिद मलिक ने संस्था के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कार्यक्रम में संस्था द्धारा काम किये जाने की पूरी रूप रेखा की जानकारी देते हुए इसके पंजीयन तक 5 सदस्यों की संयोजन समिति बनाई जो शुरूआत में काम काज देखेगी। संस्था जनवरी 2019 से कार्यक्रमों का आयोजन भी करेंगी।
कार्यक्रम में वसी अहमद साहब ने 11 सौ और मलिक असजद ने 5 सौ रुपये का योगदान देकर समाज हित में काम करने के लिए लोगों को प्रेरणा दी। कार्यक्रम में शमसुल हुदा, मलिक जिया, डा. फैयाज अहमद, करम हुसैन मलिक, अबरार अहमद, रज्जन भाई आदि शामिल रहे। इसके अलावा डा. फैयाज मलिक, नौशाद मलिक, करम हुसैन मलिक, अबूबकर मलिक और वसी अहमद को संयोजन कमेंटी का मेंम्बर चुना गया।