लंगूर के हमले से लगातार घायल हो रहे नागरिक, वन विभाग बड़ी घटना का कर रहा इंतजार

November 3, 2020 1:27 PM0 commentsViews: 293
Share news

शिव श्रीवास्तव

महाराजगंज। सावधान यदि आप बृजमनगंज कस्बे में किसी कारण से जा रहे हैं तो आप आगे -पीछे और दाएं -बाएं देख कर चलें। कब कहां और कैसे जंगली लंगूर आप पर अटैक कर दे इसका अनुमान लगा पाना मुश्किल है। इसके हमले में एक दर्जन लोग घायल हो चुके हैं। एक डा. का तो गला भी दबा चुका है। कस्बेवासियों ने प्रशासन से इस समस्या के हल की मांग की है।

कस्बे के दुकानदार वैसे तो बहुत सालों से बन्दरों के आतंक का सामना करते आ रहे है,। अब लंगूर आ जाने से लोगों का रास्ता चलना मुश्किल हो गया है। यह देख कर भी वन विभाग के कर्मी मौन साधे अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करने से कतरा रहे हैं।  नवागत लंगूर तो बहुत मनबढ़ स्वभाव का है, वह जहां पर वह जाता है, वहां सब कुछ  ठहर सा जाता है। दुकानदार अपनी शटर गिरा देते हैं , घरों के दरवाजे बंद हो जाते हैं  ,राहगीरों में भगदड़ मच जाती है और कहीं कोई अकेला मिल जाए तो उसे  मारने के साथ-साथ गला दबाने की कोशिश करता है । कुछ दिन पहले कस्बे के एक डॉक्टर जावेद अहमद  की क्लीनिक में घुसकर  उसने  डॉक्टर से हाथापाई कर उनका गला दबाने की  कोशिश  की।

 यह घटना  कस्बे वासियों  में चर्चा का विषय  बनी  हुई है । इसके आने से कस्बे के लोगों में भय का माहौल है और लोग परेशान हो  कर शाम होते ही अपने घरों में दुबक जाने को विवश हैं। यदि उसके खिलाफ किसी ने हाथ उठाने या डंडा उठाने की कोशिश की तो वह काटने के लिए दौड़ पड़ता है। जब से आया है। कस्बे केएक दर्जन लोगों को घायल कर चुका है और कई दुकानदारों के सामानों का नुकसान कर चुका है।

स्टेशन पर मिठाई और चाय की दुकान चलाने वाले गणेश गौड़, पवन मोदनवाल,हरीराम चौहान सहित कस्बे के कई दुकानदारों और स्थानीय निवासियों ने बताया कि जब से यह बड़ा बन्दर आया है। कई दुकानदारों का नुकसान कर चुका है और कई लोगों को दौड़ा कर मार चुका और घायल कर चुका है। यह जिस रास्ते पर बैठ  जाता है कुछ देर के लिए वह रास्ता बन्द हो जाता है।दिन ब दिन इस बन्दर का आतंक बढ़ता जा रहा है।

इसकी शिकायत के बाद भी जिम्मेदार मौन है। जबकि इस लंगूर की चर्चे हर समाचार पत्र में प्रमुखता से प्रकाशित किया गया फिर भी विभाग मौन होकर बड़े घटना का होने का इंतजार कर रही है। यदि जल्द ही इस बन्दर को पकड़वा कर जंगल मे नही भिजवाया गया तो न जाने कितनों को घायल करेगा और कितनो का नुकसान करेगा  जो भगवान भरोसे है।

Leave a Reply