भारतीय संस्कृति हिंदु समाज की आत्मा, प्राणवायु है- राजा योगेन्द्र प्रताप

March 18, 2018 4:47 PM0 commentsViews: 292
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अजीत सिंह


सिद्धार्थनगर। चैत्र प्रतिपदा व हिंदू नववर्ष भारत के समग्र हिंदुओं की चेतना से जुड़ा है। यह चेतना कुछ दिनों से कमजोर ही रही थी। अब हिंदुओं में उस चेतना को फिर से विस्तार दिया जा रहा है। इसलिए भारत के हिंदू समाज को नवसंवत्सर पूरे जोश से मनाना चाहिए।
यह बातें शोहरतगढ़ राज परिवार के राजा योगेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ बाबा साहब ने कहीं। वह रविवार को स्थानीय श्री समय माता मंदिर के मेले का शुभारंभ करने के बाद उपस्थिति श्रद्धालुओं को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति हमारी आत्मा है, प्राणवायु है।
राजा योगेंद्र प्रताप ने कहा कि धार्मिक मेले का आयोजन हमारे ऋषि मुनि सनातन काल से ही करते आ रहे हैं। इसके पीछे हिंदू समाज को इकट्ठा कर उनमें एकता पैदा करना था। उन्होंने कहा कि जब जब देश के हिंदू बिखरे तब तब भारत विदेशियों का गुलाम बना। इसलिए धार्मिक आयोजनों, मेले और हिंदू नववर्ष पर इक्ट्ठा होकर अपको एकता का प्रयास करना होगा।
अंत में उन्होंने सभी को हिदू नववर्ष की बधाई दी।
इससे पूर्व शोभा यात्रा भी निकाली गई, जो शोहरतगढ़ उपनगर के श्री रामजानकी मंदिर से निकलकर गड़ाकुल तिराहा, नीवीदोहनी, चौक बाजार, गोलघर होते हुए भिरंडा के समय माता मन्दिर प्रांगण में पहुंची। तत्पश्चात राजा योगेन्द्र सिंह ने वैदिक मंत्रों के बीच फीता काट कर मेले का शुभारंभ किया। ।
कार्यक्रम में मुख्यरूप से राज परिवार के कुँवर धनुर्धर प्रताप सिंह के अलावा नगर पंचायत अध्यक्ष बबिता कसौधन, हियुवा देवी पाटन मंडल के प्रभारी सुभाष गुप्ता, मंदिर व्यवस्थापक मदन गौड़, डब्लू अग्रहरि, कमलेश कसौधन, सौरभ गुप्ता, मोहित तिवारी, रामपाल सिंह, नवनीत कश्यप, संतोष अग्रहरि, नीलेश वर्मा सहित सैकड़ों लोगों के अलावा पुलिस क्षेत्राधिकारी नईम खान, एसओ अरविंद मिश्रा और तहसीलदार सहित भारी मात्रा पुलिस कर्मी मौजूद रहे।

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