कांग्रेसियों ने काली पट्टी बांध नोटबंदी के खिलाफ जताया विरोध, किया धरना, प्रदर्शन

November 8, 2017 5:07 PM0 commentsViews: 348
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संजीव श्रीवास्तव 

सिद्धार्थनगर। मोदी सरकार की नोटबंदी के खिलाफ आज कांग्रेस ने यहां विरोध प्रदर्शन आयोजित कर इसे भारत का काला दिवस बताया तथा राज्य पाल को ज्ञापन देकर इसकी कटु आलोचना की। नेताओं ने आरोप लगाया कि कि नोटबंदी गरीबों को मारने और पूंजीपतियों को बढ़ाने के लिएकिी गई थी। इसके चलते भाजपा ने भी अपना सारा कल धन सफेद कर लिया।

कांग्रेस जिलाध्यक्ष ठाकुर प्रसाद तिवारी के नेतृत्व में आज यहां कलक्ट्रेट परिसर में वर्करों ने काली पट्टी बांधकर केन्द्र सरकार के विरोध में धरना दिया और प्रदर्शन किया। धरने में कहा गया कि केन्द्र सरकार ने अपना कालाधन सफेद करने के लिए यह नाटक रचा था।इसके बाद महामहिम राज्यपाल को सम्बोधित जिलाधिकारी को  सौंपे ज्ञापन में कहा गया है कि 8 नवम्बर 2016 की आधीरात को नोटबन्दी से पूरे देश की जनता दिन रात खड़ी रही। खुद के पैसे जमा करवाने के लिए। बैंको की लाइन में 130 लोगों की जानें चली गयी और कई शादियां टूटी और कई लोग दवा और इलाज के लिए बेहाल रहे।

कांग्रेस नेता ईश्वर चंद शुक्ल ने कहा कि किसान खाद बीज नही पाये क्योंकि उनके पास धन नही था। देश के लोगों का कालाधन एक ही झटके में सफेद हो गया। जिसका जीता जागता प्रमाण है कि सबसे ज्यादा धन बोरो मे भरकर पकड़ा गया। ऐसे मामलों में पकडें गये 90 प्रतिशत लोग बीजेपी से सम्बन्धित थे।  उनके खिलाफ कार्यवाही भी नही हुई। पुराने नकली नोट तो उतने नही आये पर नये और नकली नोटों के जखीरे बरामद हुए।

इस मौके पर कांग्रेस नेता अतहर अलीम ने कहा कि नोटबंदी के बाद आतंकी घटनाएं पहले से ज्यादा बढ़ गयीं और आज भी बदस्तूर जारी है। देश की जीडीपी 2 प्रतिशत गिर गयी और देश की अर्थव्यवस्था का भट्ठा बैठ गया। लाखो लोग बेरोजगार हो गये और छोटे मोटे उद्योग धंधे भी बर्बादी की कगार पर पहुंच गये। नोटबन्दी से मजदूर गरीब महिलाओं की बचत एक ही झटके में खत्म हो गयी। अलबत्ता अम्बानी, अडानी, रामदेव, जयशाह, अजीत आदि की सम्पत्तियों में बेतहाशा वृद्धि हुई।

नेताओं के मुताबिक कुल मिलाकर 8 नवम्बर 2016 इतिहास का वो काला दिन है जिसमें दस चोरों को पकड़ने के लिए मोदी ने कइयो की बलि चढ़ा दी और करोड़ो लोग भूख प्यास से तड़प गये। नोटबन्दी पूरे जनता की गाढ़ी कमाई खत्म हुई पर बीजेपी की बल्ले बल्ले हुई और जनता दिन प्रति दिन बेहाल होती गई।

ज्ञापन देने वालों में कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक ईश्वरचन्द्र शुक्ला, राघवेन्द्र शुक्ल, लक्ष्मीरमण त्रिपाठी, कन्हैया पाण्डेय, डा. बीएन त्रिपाठी, रंजना मिश्रा, कैलाश पंक्षी, लक्ष्मीकान्त मिश्र, अतहर अलीम, इशहाक अली मंसूरी, अभिनव पाण्डेय, देवेन्द्र गुड्डू, शुएब, अनिल सिंह सहित दर्जनों कांग्रेसी शामिल रहे। उन्होंने हाथों में सरकार विरोधी तख्ती लेकर जिला कलेक्ट्रेट प्रांगण में पहुंच कर प्रशासनिक अधिकारी को ज्ञापन सौंपा।

 

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