मतदान का रुझान स्प्ष्ट न होने से सारे उम्मीदवार बेचैन, गुणाभाग की माथापच्ची में जुटे

May 12, 2023 12:23 PM0 commentsViews: 891
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नजीर मलिक 

सिद्धार्थनगर। नगर पालिका सिद्धार्थनगर में मतदान की पोजिशन देख कर 16 घंटे बाद भी किसी भी पक्ष के बारे में कोई रुझान प्राप्त करना कठिन है। 6 उम्मीदवारों के बीच बहुकोणीय लड़ाई इतनी कांटे की दिख रही है कि सारे प्रत्याशियों के माथे से पसीने की बूंदे अब टपक रही हैं। हालत यह है कि प्रत्याशियों का कट्टर समर्थक भी कोई संभावना बता पाने में नाकाम है। अमतौर से अतीत में यहां भाजपा और सपा के बीच में हारजीत हुआ करती थी। मगर यह पहला मौका है कि स्थानीय राजनीतिक विश्लेषक तक  मतदान के रुझान के बारे में किसी प्रकार की संभावना व्यक्त करने में नाकाम हैं।

नगर पालिका सिद्धार्थनगर में मतदान के लिए कुल 61 बूथ बनाये गये थे। सुबह सात बजे मतदान शुरू होने के बाद से वोटिंग बंद होने तक के बीच किस बूथ पर मतदान किस प्रत्याशी के पक्ष में जा रहा है यह बता पाना मुश्किल हो गया। शाम को 6 बजे के बाद जब अध्यक्ष पद के सभी 6 प्रमुख प्रत्याशी अपने अपने समर्थकों के बीच मतदान की समीक्षा करने बैठे तो सभी के चेहरे पर हवाइयों उड़ रही थी। इसका कारण था कि क्षेत्र के सभी 61 बूथों में से अधिकांश पर प्रमुख प्रत्याशी एक दूसरे को इतनी कड़ी टक्कर दे रहे थे कि प्रत्याशियों व उनके कट्टर समर्थक भी अपने प्रत्याशी के पक्ष में जीत की भविष्यवाणी करने में डरते नजर आये। एक प्रत्याशी के कैंप में जैसे ही एक समर्थक ने रुझानों के बल पर अपनी जीत की बात कही अन्य सपोर्टर फौरन उसकी बात काटते हुए बोले की कोई अनुमान लगा पाना कठिन है। अनुमान लगा पाना पूरी तरह से असंभव है।

चुनाव में भाजपा प्रत्याशी गोविंद माधव की हवा होने के बाद भी उनके खेमे में इस बात की चर्चा थी कि उनके दल के तीनों बागी उम्मीदवार वोट काटने के बजाये जीत के होड़ में लड़ते दिखे हैं। यही हालत समाजवादी पार्टी के खेमे में भी थी। वहां प्रत्याशी राम सेवक लोधी के समर्थ्क कह रहे थे कि आजाद समाज पार्टी के मुस्लिम उम्मीदवार ने उनके मुस्लिम मतों में तगड़ी सेंधमारी की है, इसलिए रुझान के आधार पर कोई भविष्यवाणी कर पाना कठिन है। दरअसल दोनों दलों के चार बागी उम्मीदवारों ने बेहद मजबूती से चुनाव लड़ा और धन बल छल आदि हाथियारों का इतना सटीक इस्तामाल किया कि वह वोट कटवा की भूमिका के बजाये अचानक जीत की होड़ में आ गये। इसलिए मतदान के रुझानों के आधर पर किसी प्रकार  का अनुमान लगाना या भविष्यवाणी कर पाना कठिन गया है।

फिलहाल भाजपा के गविंद माधव, सपा के राम सेवक लोधी, आजद समाज पार्टी के गुलाम नबी आजाद, भाजपा के बागी और बसपा उम्मीवार राकेश दत्त त्रिपाठी, दूसरे बागी और निर्दल उम्मीदवार राजू सिंह और भाजपा से गत चेयरमैन रहे निर्दल श्यामबिहारी जायसवाल के बीच मतदान के बाद भी रुझानों में इतनी बराबर की टक्कर दिखी कि हार जीत का कोई अनुमान लगा पाना कठिन ही नहीं खतरे से भी खाली नहीं रह गया है।

जिले की शहरी निकायों में कहां से किस-किस के बीच टक्कर

नगरपालिका बांसी-

इस नगर पालिका में सपा की चमनआरा राईनी पहले भी अध्यक्ष रही है। उनकेपित व श्वसुर भी यहां से अध्यक्ष चुने जाते रहे हैं। इस बार उन्हें भाजपा से पूनम देवी की चुनौतीमिली है। लेकिन भाजपा के दो नेताओं द्धारा कांग्रेस व बसपा से टिकट ले लेने से समीकरण भाजपा के पक्ष में कमजोर दिखता है। रूझानों में यहां भाजपा की पूनम और सपा की चमन आरा में कड़ा मुकाबला दिखता है। भाजपा के दोनों बागी उम्मीदवारों के वोट की संख्या ही सपा भाजपा की जीत हार का फैसला करेंगी। वैसे रुझानों में चमनआरा को एज दिख रहा है।

नगर पंचायत डुमरियागंज-

डुमरियागंज में यों तो चार मुख्य प्रत्याशी थे लेकिन अतिम क्षणों में सपा  की कहकशां परवीन लड़ाई  से बाहर होते दिखीं। इस प्रकार मुख्य संघर्ष बसपा की  शाजिया अतीक, भाजपा की बीना देवी तथा भाजपा के बागी श्याम  सुंदर अग्रहरि के बीच सिमटता देखा गया। प्रत्सेक बूथ पर इन  तीनों के बीच बराबर की टक्करदिखाई पड़ी।

भारत भारी नगर पंचायत-

नगर पंचायत भारत भारी में यों तो संघर्ष पांच लोगों के बीच था लेकिन मतदान के दिन मुख्य लड़ाई तीन के बीच दिखी।भाजपा के चन्द्र प्रकाश वर्मा, बसपा के अजीजजुल्लाह व भाजपा के बागी विजय पांडेय के बीच मुकाबला देखा जा रहा है। भाजपा यहां मजबूत दिखती है।

नगर पंचायत उसका बाजार

इस नगर पंचायत में यों तो कई प्रत्याशी थे लेकिन मतदान का रुझान केवल भाजपा की मीना देवी और सपा की पुनीता यादव के बीच है। गत चेयरमैन भी पुनीता के होने के कारण भाजपा को इनकम्बेंसी का लाभ मिल सकता है।

अन्य निकाय

नगर पंचायत बढ़नी में संघर्ष सपा के राम नरेश उपाध्याय व भाजपा के कमलापुर के बीचदिख रहा है।निवर्तमान चैयरमैननिसार बागी की हालत यहां कमजोर है। दूसरी तरफ शोहरतगढ़ में मुकाबला बहुकोणीय है तो बर्डपुर नगर पंचायत में मतदान के रुझान के मुताबिक सपा भाजपा व भाजपा के बागी उम्मीदवार के बीच है। नगर पंचायत बढ़नी चाफा में सपा बसपा भाजपा और कांग्रेस यहां बराबर की टक्कर देते दिखाई पड़े। मतगणना शनिवार को सुबह होगी। तब असली हार-जीत का पता चल सकेंगा।

 

 

 

 

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