बढ़नी में अवैध गर्भपात का खेल: एक अस्पताल सील, दूसरे को नोटिस
ओज़ैर खान
सिद्धार्थनगर। नेपाल सीमा से सटे उपनगर बढ़नी में गर्भपात से संबंधित बातचीत का वीडियो वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की है। जिलाधिकारी डॉ. राजा गणपति आर. के निर्देश पर सीएमओ द्धारा गठित जांच टीम ने सोमवार को बढ़नी कस्बे में एक निजी अस्पताल को सील कर दिया, जबकि दूसरे को नोटिस जारी किया है। आखिर क्यों भोले-भाले मरीजों का शोषण जगह-जगह बिना पंजीकरण के चल रहे इन निजी अस्पतालों में डॉक्टरों द्वारा किया जाता है?
उप जिलाधिकारी राहुल सिंह के नेतृत्व में चिकित्सा विभाग की टीम, जिसमें नोडल अधिकारी डॉ. प्रमोद कुमार और डॉ. अविनाश चौधरी शामिल थे, सबसे पहले पचपेड़वा रोड स्थित डॉ. मुकेश क्लिनिक पर पहुंची। जांच के दौरान यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि क्लिनिक का कोई पंजीकरण नहीं था। वायरल वीडियो के संबंध में पूछताछ करने पर डॉ. मुकेश, जो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इटवा में भी तैनात हैं, ने शुरू में मौखिक रूप से स्वीकार किया कि उनके पास एक व्यक्ति आया था जिसने अपने मरीज की गंभीर स्थिति बताई। डॉ. मुकेश के अनुसार, उन्होंने उस व्यक्ति से कहा कि वह स्वयं गर्भपात नहीं करते, लेकिन दूसरी जगह व्यवस्था करवा देंगे। हालांकि, बाद में उन्होंने लिखित रूप से अपने इन बयानों से इनकार कर दिया। नोडल अधिकारी डॉ. प्रमोद कुमार ने पत्रकारों से बातचीत में इन दोनों विरोधाभासी बयानों की पुष्टि की। इसके बाद, जांच टीम ने क्लिनिक को तत्काल सील कर दिया।
इसके बाद, जांच टीम पचपेड़वा रोड पर स्थित आमिना हेल्थ सेंटर पहुंची। अस्पताल में मौजूद डॉ. अलीम ने वायरल वीडियो में गर्भपात करने से इनकार किया। जांच के दौरान, आमिना हेल्थ सेंटर पर कई ऐसे मरीज भर्ती मिले, जिनका ऑपरेशन हुआ था। लेकिन मौके पर पंजीकरण आवेदन फॉर्म में पूर्णकालिक बताई गई डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ में से कोई भी उपस्थित नहीं मिला। इस क्लीनिक में जिन मरीजों का ऑपरेशन हुआ था, उनकी देखरेख आयुष डॉक्टर डॉ. अलीम द्वारा किए जाने की बात स्वीकारने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इसे एक गंभीर कृत्य बताया। क्योंकि आयुष चिकित्सके इसे लिए अधिकृत नहीं होते।
टीम ने स्पष्ट किया कि आयुष डॉक्टर केवल कुछ बुनियादी जरूरत की दवाएं ही लिख सकता है, लेकिन उसे ऑपरेशन से संबंधित दवाएं लिखने या इंजेक्टेबल दवाएं देने का अधिकार नहीं है। इस पर कार्रवाई करते हुए, जांच टीम ने अस्पताल संचालक को नोटिस जारी कर 18 जून दोपहर 12 बजे तक मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय में उपस्थित होकर स्पष्टीकरण जवाब देने का निर्देश दिया है।
जांच टीम ने कहा
जांच टीम के नोडल अधिकारी डॉ. प्रमोद कुमार ने बताया कि मौके पर अस्पतालों की जांच की गई है, जिसके बाद डॉ. मुकेश कुमार के क्लिनिक को सील कर दिया गया है और आमिना हेल्थ सेंटर को नोटिस जारी किया गया है। एसडीएम राहुल सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा जांच की गई है और जो भी कमियां मिलेंगी, उनके विरुद्ध विभागीय कार्यवाही की जाएगी।