पकड़े गये पशु तस्कर बिहार की गैंग के निकले पुलिसिया सांठगांठ बिना संभव नहीं ऐसी तस्करी
यहां से बिहार जाने के दौरान रास्ते में प़ड़ते हैं दर्जनों थाने, ऐसे में पशु तस्करों
के वाहन के साफ बच निकलने से उठता है पुलिस पर सांठगांठ का संदेह
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। बांसी कोतवाली क्षेत्र के बेलबनवा गांव में रविवार की देर रात बाइक सवार युवकों को पिकअप से टक्कर मारने के आरोप में पकड़े गये दोनों सदस्य बिहार के एक पशु तस्कर गैंग के सदस्य हैं। वे पूर्वी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से पशुओं की तस्करी कर उसे बांग्लादेश वाया नेपाल भेजने का कार्य करते हैं। आम तौर से इतनी लम्बी दूरी की पशु तस्करी पुलिस की सांठगांठ केबिना संभव नहीं है। पुलिस ने दोनों कथित तस्करों के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम सहित अन्य धारा में केस दर्ज करके न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।
पशुओं का नेपाल,बांब्ला देश भेजना था?
बांसी कोतवाली क्षेत्र के बेलबनवा चौराहे पर रविवार देर रात दुर्घटना के बाद पकड़े गये दो लोगों ने पूछताछ के दौरान अपनी पहचान मुनाब अली और अलाउद्दीन अली निवासी अरौली दुबौली टोला तकिया थाना गोपालपुर जिला गोपालगंज बिहार बताया है। इस हादसे में बाइक सवार दो युवकों की मौत हो गई थी। पूछताछ दोनों ने बताया कि वे दोनों पशुओं को लेकर बिहार जा रहे थे। वह से जिन्हें वीरगंज बार्डर ने नेपाल होते हुए बांग्लादेश भेजा जाना था।ये पशु वे कहा से ला रहे थे, इस बारें में वे गोल मोल जवाब दे रहे हैं। या शायद पुलिस को ही यह जानने में दिलचस्पी नहीं है।ॽ
पुलिसिया सांठगांठ के बिना संभव नहीं ऐसी तस्करी
लेकिन कपिलवस्तु पोस्ट को जानकारी मिली है कि उन पशुओं कोले के विस्कोहर अथवा उससे सटे बलरामपुर जनपद के किसी इलाके से ला रहे थे। हालांकि इस बारें में कोई ठोस साक्ष्य नही है। लेकिन इतना तो है ही कई कई जिलों को पार कर पशुओं को बिहार पहुंचाना कोई सामान्य बात नहीं है। बिना पुलिस की मिलीभगत के इस प्रकार की तस्करी असंभव नहीं तो कठिन जरूर है। सोचने की बात है कि सिद्धार्थनगर, बलरामपुर जैसे जनपदों से पश्ओं से भरे वाहन को बिहार जाने में कम से कम दो दर्जन थाने प़ड़ते हैं। फिर भी पशु लदा वाहन इतनी चौकसी के बाद भी आसानी से पार हो जाए तो यह सवाल तो खड़ा होगा ही। फिलहाल पुलिस ने इनके खिलाफ गोवध, पशु क्रूरता अधिनियम सहित अन्य धारा में केस दर्ज किया गया। इसके बाद न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया है।
तस्करी के वाहन से हुई थी दो दोस्तों की मौत
बताते चलें कि बांसी कोवाली अन्तर्गत गोल्हौरा-बांसी मार्ग पर स्थित बेलबनवा गांव के पास सोमवार देर रात पिकअप ने बाइक सवार को टक्कर मार दिया था। जिसमें 25 वर्ष की उम्र के दो दोस्तों शानू व अनिल चौधरी की मौत हो गई थी। ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुची बांसी कातवाली के प्रभारी गए। पिकअप में चार प्रतिबंधित पशु लदे हुए थे। थे। जिन्हें ग्रामीणों की मदद से उतरवाया गया और पास के कन्हा गोशाला में भेजवाया गया। पिकअप से दोनों संदिग्धों को पकड़ा गया था।