बेकसूरों की रिहाई और मुसलमानों को आरक्षण नहीं दिया, तो भुगतेंगे सियासी दल-पीस पार्टी

March 9, 2016 5:50 PM0 commentsViews: 295
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नजीर मलिक

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सिद्धार्थनगर। आंतकवादी बता कर जेल भेजने वाले बेकसूर नौजवानों की रिहाई और मुसलमानों को आरक्षण नहीं मिलने तक पीस पार्टी चुप बैठने वाली नहीं है। इसकी मुखालफत करने वाले दलों को आने वाले दिनों में सियासी बनवास भुगतना पड़ेगा।

यह बातें पीस पार्टी के नेता और पार्टी के राष्ट्रीय सचिव मशहूर आलम और अरबाब फारूकी ने व्यक्त किया। वह आज कलक्ट्रेट कंपाउंड में इसी मुदृदे पर पीस पार्टी के धरने के दौरान वर्करों को संबोधित कर रहे थे।

पीपा के राष्ट्रीय सचिव मशहूर आलम ने कहा कि केन्द्र और प्रदेश की सरकारें मुसलमानों के हौसलों को तोड़ने के लिए उनके नौजवानों को आंतकीवादी बना कर जेलों में ठूंस रही हैं। मुस्लिम नौजवान कई-कई साल जेलों में गुजारने के बाद बेकसूर साबित होते हैं और रिहा हो जाते हैं। जाहिर है कि दोनों सरकारें फिरकापरस्त और मुस्लिम विरोधी हैं।

दूसरी तरफ अरबाब फारूकी ने आरक्षण के मुदृदे पर केन्द्र और सबाई सरकार पर जमक र हमला किया और कहा कि मुसलमानों को 18 फीसदी आरक्षण देकर ही उनकी तरक्की का रास्ता खोला जा सकता है। उन्होंने कहा कि मुसलमान अब सियासी दलों के बहकावे में आने वाला नहीं है। वह अपने खिलाफ होने वाले अत्याचारों से लड़ने के लिए हर कुर्बानी देने को तैयार है।

उन्होंने कहा कि केन्द्र या प्रदेश में किसी भी दल की सरकार क्यों न हो, सभी मुसलमानों के खिलाफ काम करते हैं, लेकिन मुसलमान अब जागरूक हो गया है। वह इनके झांसे में आने वाला नहीं। उन्होंने कहा कि मुसलमानों को अपने वोट की ताकत दिखानी होगी। मुसलमान जिस दिन अपनी वोट की ताकत दिखाने में कामयाब हो गया, उस दिन से उनके खिलाफ ज्यादती की कोई जुर्रत नहीं कर पायेगा।

इनके अलावा भी कई वक्ताओं ने अपने भाषण में पीस पार्टी की नीतियों का खुलासा किया और दावा किया कि मुसलमानों का भविष्य पीस पार्टी में ही मुमकिन है। उन्होंने कहा कि डा. अयूब साहब ने मुसलमानों की तरक्की और बहबूदी का जो बीड़ा उठाया है, उसे मजबूत करने करने के लिए पहले पीस पार्टी को मजबूत करना होगा।

इससे पहले पीस पार्टी के वर्कर आज 11 बजे कलक्ट्रेट कंपाउंड पहुंचे और वहां दिन में धरना दिया। बाद में उन्होंने प्रशासन के जरिए सरकार को दोनों मुदृदों पर ज्ञापन भी दिया। धरने में मासूम अली, मास्टर रफीक, अजहर फारूकी, अजीजुल्लाह, अशफाक बीडीसी, मारूफ प्रधान, अब्दुर्रहमान जैसे तमाम लोगों की शिरकत रही।

 

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