एक मौत से पांच बच्चे हुये अनाथ, बौराये खनन माफियाओं के माथे पर शिकन तक नहीं
ट्रैक्टर चालक व दो अन्य के खिलाफ हत्या कर लाश छिपाने का
मुकदमा, खनन मफियाओं के क्रिया-कलाप पर कोई असर नहीं
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। चालीस साल के राजेश कुमार कुमार की मौत आकस्मिक थी, या फिर फिर उसकी मौत का के पीछे उद्दंड होते जा रहे इलाकाई खनन माफिया हैं? अभी इसका खुलासा तो नहीं हुआ, मगर मृतक के भाई दीपक शर्मा की तहरीर पर पथरा पुलिस ने खनन के कार्य में लिप्त एक ट्रक्टर चालक व दो अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा जरूर दर्ज कर लिया है। राजेश कुमार शर्मा का रविवार तड़के रहस्यमय हालात में मिट्टी के नीचे दबा पाया गया था। मुकदमा सोमवार को दर्ज किया गया है। उसके पांच बच्चे अनाथ हो गये हैं। इधर पथरा थाने में इस घटना के बाद भी खनन माफियाओं के माथे पर शिकन तक नहीं है।
जानकारी के अनुसार, लौकियां गांव निवासी राजेश पुत्र खजांची रविवार भोर में नित्यक्रिया के लिए घर से निकला था। कुछ घंटे बाद उनका शव गांव के बाहर निर्माणाधीन मकान में मिट्टी में दबा मिला था। लाश को देखते ही यह सवाल खड़ा हो गया कि अगर उसकी मौत स्वाभाविक थी तो लाश मिट्टी के नीचे पहुची कैसे? बाद में परिस्थितिजन्य साक्ष्यों और कछ अन्य जानकारियों के आधार पर पता चला कि लाश को छिपाने में खनन मफिया का हाथ था।
मृतक के भाई दीपक शर्मा ने थाने में तहरीर देकर आरोपी ट्रैक्टर चालक चिन्नू पुत्र गया प्रसाद के द्वारा ट्रैक्टर आगे-पीछे करते समय मृतक पर चढ़ जाने व घटनास्थल पर उनकी मृत्यु हो जाने का आरोप लगाया था। आरोप यह भी था कि घटना के बाद आरोपी ने ही शव को ले जाकर मिट्टी में छिपा दिया था। इस बारे में प्रभारी निरीक्षक भाग्यवती पांडेय ने बताया कि पीड़ित पक्ष की तहरीर पर सुसंगत धारा में केस दर्ज कर लिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर विधिक कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि पथरा थाना क्षेत्र में अनगिनत मिट्टी लोडर और जीसीबी मशीन बगैर रोक टोक के महीनों से अवैध खनन कर रहे हैं। लेकिन, पुलिस और तहसील प्रशासन इन पर कार्रवाई करने में असफल है। मिट्टी माफिया पहले रात्रि में चोरी छुपे मशीन चलाते थे। लेकिन विगत दो माह से बगैर रोक टोक से दिन दहाड़े भारी मात्रा में मिट्टी खनन कर रहे हैं। जिसका नतीजा यह है। कि एक परिवार के पांच बच्चों के उपर से पिता साया उठ गया।