Exclusive- भाजपा के “यादवगढ़” पर अखिलेश का कब्जा, सपा में गये रमाकांत यादव
— सपा महाराष्ट्र अध्यक्ष अबू आसिम आजमी के साथ अखिलेश में मिले रमाकांत, फूलों का हार पहना
नजीर मलिक
“ पूर्वी उत्तर प्रदेश में भाजपा के सबसे मजबूत यादव नेता और आजमगढ़ जिले के पूर्व सांसद रमाकांत यादव सपा में शामिल हो गये हैं। गत दिवस महाराष्ट्र सपा अध्यक्ष और आजमगढ़ के मूल निवासी अबू आसिम आजमी के साथ उन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की। वहां उन्हें फूल माल पहनाई गई। इस प्रकार अखिलेश भाजपा के यादवगढ़ पर कब्जा पाने में सफल रहे। रमाकांत यादव को बधाइयों का तांता लगा हुआ है। गोरखपुर से गाजीपुर के बीच के बेल्ट पूर्वांचल का यादवगढ़ कहा जा सकता है। आजमगढ़ इसका केन्द्र माना जाता है।
राजधानी लखनऊ में पूर्व सांसद और बाहूबली नेता रमाकांत यादव सपा के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष अबु आसिम आज़मी के साथ पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिलने पहुंचे। ये मुलाकात करीब आधे घंटे चली। इसके बाद सपा के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष अबु आसिम आज़मी ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर रमाकांत यादव की अखिलेश से मुलाकात की तस्वीर पोस्ट करके रमाकांत यादव के सपा में शामिल होने एलान किया। ;यह और बात है कि विशेष रणनीति के तहत अभी उनके सपा में जाने की अधिकृत घोषणा नहीं की जा रही है।
रमाकांत यादव के सपा में शामिल होने की अटकलें काफी पहले से लगाई जा रही थी। करीब 6 महीने वाराणसी में हुए एक कार्यक्रम में उनकी एक तस्वीर आज़मगढ़ के सदर विधायक दुरगा प्रसाद यादव के साथ गले मिलते हुए वायरल हुई थी। उस समय ये कहा गया था कि दरअसल ये यादव महासभा के कार्यक्रम की तस्वीर है। इसके बाद अभी कुछ दिनों पहले रमाकांत यादव की अबु आसिम आज़मी से मुलाकात हुई थी। उसके बाद ये तय हो गया था कि रमाकांत जल्द ही सपा में होंगे।
हमेशा सुर्खियों में रहने वाले बहुबली पूर्व सांसद रमाकात यादव को दरअसल बीजेपी में किनारे कर दिया गया था। उनके बेटे भले ही चुनाव जीत कर विधायक बन गए हो पर पार्टी में उनकी कोई नहीं सुन रहा था। इसी बीच रमाकांत ने दलित और पिछड़ों को लेकर एक बयान देकर अपनी ही सरकार की किरकिरी कराई थी। इस बयान में उन्होंने सीधे सीएम योगी को निशाना बनाया था।
बता दें कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में यादवों का अच्छा खासा वर्ग भाजपा का समर्थक है। इसे बनाये रखने में रतांकात का काफी हाथ था। उनके सपा में आने से पूर्वांचल के यादव अब पूरी तरह से सपा के साथ होंगे। खबर है कि उनके बेटे अभी रणनीति के तहत भाजपा विधायक बने रहेंगे। वक्त आने पर उनसे त्यागपत्र दिलाया जायेगा।