सिद्धार्थनगरः सदर नगरपालिका से भाजपा के लिए प्रत्याशी चयन टेढी खीर, श्याम बिहारी ने फंसाया पेच

October 5, 2017 5:15 PM0 commentsViews: 1475
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नजीर मलिक

 

सिद्धार्थनगर। नगरपालिका सिद्धार्थनगर के अध्यक्ष पद के लिए टिकट के दावेदारों की भीड़ में एक बेहतर प्रत्याशी तय करना वैसे भी मुश्किल था। ऊपर से बुधवार को अध्यक्ष पद के एक और दावेदार कांग्रेस के श्याम बिहारी जायसवाल ने भाजपा में शामिल होकर इस पेंच को और भी उलझा दिया है।

ज्ञात रहे कि श्याम बिहारी जयसवाल भाजपा नेता और पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष घनश्याम जायसवाल के मुकाबले चुनाव लड़ चुके है और वे ताकतवर प्रतिद्धंदी साबित हुए हैं। श्यामबिहारी धनश्याम जायसवाल के सगे भाई भी हैं। दोनों भाईयों के टकराव से भाजपा को हार भी मिली है। इस बार भाजपा ने श्याम बिहारी जायसवाल को उल में शामिल कर लिया है। जानकार इसे भाजपा के घनश्याम जायवाल के खिलाफ एक संकेत मान रहे हैं।

भाजपा में इस समय नावागत श्याम बिहारी जायसवाल अलावा उनके भाईऔर पूर्वचेयरमैन घनश्याम जायसवाल, गत चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी रे संजय सिंह, भाजपा के वरिष्ठ नेता गोविंद माधव, विनीत सिंह, अनिल अग्रहरि तथा प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव आदि दावेदारों की लंबी फेहरिस्त है।  सभी सक्षम है और सभी की भाजपा की सियासत में अच्छी पकड़ भी है।

अब सवाल है कि श्याम बिहारी को निकाय चुनावों के पूर्व पार्टी में शामिल करने के पीछे क्या रहस्य है। भाजपा जिला अध्यक्ष राम कुमार कुंअर इस कदम को पार्टी की मजबूती के लिए किया गया काम बताते हैं,  मगर पार्टी के अंदरूनी जानकार बताते हैं कि जिन लोगों ने श्याम बिहारी जायसवाल को पार्टी मेंशामिल कियाहै उन्होंने अध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनाने का अश्वासन भी दिया है।

जानकार बताते हैं कि भाजपा में अध्यक्ष पद के लिए तमाम मजबूत दावेदारों के बावजू एक बहरी व्यक्ति को टिक देने के लिए पर्टी में लेना भाजपा के लिए उल्टा भी पड़ सकता है। पार्टी में स्थानीय स्तर पर विद्रोह भी हो सकता है। ज्ञात रहे कि गत चुनाव में घनश्याम जायसवाल का टिकट काटने पर उन्होंने निर्दल चुनाव लड़ कर दूसरा स्थान हसिल किया था, फलस्वरूप भाजपा तीसरे स्थान पर खिसक गई थी। इसलिए भाजपा के जिम्मेदारों को यह पक्ष भी याद रखना होगा।

 

 

 

 

 

 

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