सैलाबः दर्जन भर सड़के पानी में डूबीं, कछार क्षेत्र के सैकड़ों गांवों में हाहाकार, राहत बचाव कार्य शिथिल

August 21, 2021 5:10 PM0 commentsViews: 847
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— पीडब्ल्यूडी रोड बिस्कोहर पर दो फुट बह रहा पानी शाहपुर-सिगारजोत मार्ग पर भी पानी चढ़ा

— मुख्यालय- मार्ग पर चल रही पानी की धार, कछार की दर्जन भर सड़के पानी में डूबीं, आवागमन बंद

 

नजीर मलिक

सोहांस रोड पर जान जोखिम में डाल कर चल रहे ग्रामीण

सिद्धार्थनगर। सैलाब ने सिद्धार्थनगर जिले में कहर ढाना शुरू कर दिया है। राप्ती नदी को छोड़ अन्य सारी नदिया खतरें के शिान से ऊपर बहर रही हैं। फलस्वरूप जिले की तमा सड़कें पानी में डूब गई है और आवागमन बंद हो गया है। जिले के विभिन्न क्षेत्रों के सौ से अधिक गांव सै अभी भी घिरे तथा लगभग डेढ़ सौ से अधिक गांव प्रभावित हैं। इसके अलावा 40 हजार हेक्टेयर फसलें के खति ग्रस्त होने की आशंका है। अधिक प्रभावित गांवों से अब राहत और बचाव के लिए आवाजें उठने लगी हैं।

जानकारी के मुताबिक इस समय राप्ती नदी अपने खतरा बिंदु 84.900 के मुकाबले 85.200 पर पहुंच गई है। जबकि बूढ़ी राप्ती नदी लाल डैंजर लेबिल 83.510 को लगभग छू रही है। दोनों नदियों के खतरनाक हो जाने से सदर तहसील के कछार क्षे़त्र के पटखैली, टंडिया बाजार, मजिगवां, उत्तर डिहवा, भंवारी, गोन्हा, भुजराई, बंजरहा, खजूरडांड़, रीवा अमरिया,हथवड़ ताल और मजगवां के प्रथमिक स्कूलों में कई फीट पानी भरा हुआ है। आदि लगभग 25 गांव पानी से बुरी तरह घिर गये हैं। इस क्षेत्र के टड़िया- गोन्हा मार्ग, पटखैली-भारी भुराई मार्ग पर भी पानी ख्ढ़ा हुआ है। हरनी जने वाले मार्ग भी भी तेज पानी चल रहा है। इससे प्रभावित सभा गांवों में प्रवेश पानी कठिन हो गया है।

सोहांस रोड पर जान जोखिम में डाल कर चल रहे ग्रामीण

इसी प्रकार कूड़ा नदी अपने खतरा बिंदु 83.36 व जमुआर नदी के भी खतरा बिंदु से ऊपर क्रमशः 5 व 10 सेमी ऊपर चली जाने से इनके ईदगिर्द बसे सदर तहसील के ग्राम ग्राम धैरा कुइयां, गुदराही, नेबुइया, कैथवलिया, परसपुर, रामनगर, ताल भिरौना, रसियावल, बरदहवा, चनरैया, संकटागढ़, करछुलिया आदि बुरी तरह प्रभावित हैं। जबकि ताल नटवा, ताल बगहिया, भलुहा आदि गांव पानी से घिरे हुए हैं।  नटवा व बगहिया गांव नदियों के बीच किसी टापू की तरह है। वहां के नागरिक उदास आंखे लिए सरकार के राहत की बाट जोह रहे हैं।

पानी में उूबा उस्का ब्लाक का स्कूल

हमारे उस्का बाजार प्रतिनिधि के अनुसार उसका में कूड़ा, राप्ती और बूढीं राप्ती नदिया आकर मिलती है इसलिए वहां स्थिति गंभर है। इस इलाके में बाढ़ से कस्बा टडिया बाजार सहित ग्राम रमपुरवा, मारुख़र्ग कला, सोनबरसा, कपिया, फत्तेपुर, खजुरडाड, अजगरा, लाऊखाई,गायघाट, बैरवा, रीवां, संगलदीप, अमरिया आदि गांव जलमग्न की स्थिति में हैं। क्षेत्र के भाजपा विधायक श्यामधनी राही के साथ अपर जिलाधिकारी सीताराम गुप्ता ने आज उक्त गांवों का दौरा किया तथा ग्रामीणों के दर्द को साझा किया। उन्होंने तहसीलदार रामऋषि रमन सहित अन्य मातहतों को आवश्यक निर्देश दिया। इन गांवों में चौबाहे डीह व अजगरा व संगलदीप गांवों की हालत खराब है। वह चारों तरफ से पानी डूबा है। वहां तत्काल राहत और बचाव की मांग की जा रही है।

हमारे त्रिलोपुर प्रतिनिधि के अनुसार राप्ती की बाढ़ से ग्राम डुमरिया, गोपिया, नेबुआ,  मछिया, खुरपहवा, असनहरा माफी, सोनखर भरवठिया, मुस्तहकम, बीरपुर कोहल, मधुकरपुर चौबे, धनोहरा बुढ़िया टायर अदि गांवों में बाढ़ ने विनाश लीला शुरू कर दी है। राप्ती की बाढ़ से  जिले भर में लगभग सौ ग्राम मैरूंड अथवा बुरी तरह से प्रभावित हैं। इनमें बांसी तहसील के भी पटखौली, बंजरहा,  सहित दो दर्जन गांव शामिल हैं। राप्ती के कहर से डुमरियागंज तहसील के बेतनार, पेडारी, असनहरा माफी, मछिया व नेबुआ आदि गांवों की स्थिति गंभीर बना हुई है। इसके अलावा फजीहतवा नाला की ऊफान से सूपा राजा सहित पांच गांव प्रभावित हैं लेकिन जमीन नीची होने के कारण यहां हजारों हैक्टेयर फसल पानी में डूब गई है।

बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा करते विधायक श्यामधनी राही व एडीएम सिद्धार्थनगर

हमारे इटवा व बिस्कोहर प्रतिनिधि के मुताबिक इटवा के पश्चिमान्चल के भनवापुर व इटवा ब्लाक के दो दर्जन से अधिक गॉंव राप्ती एवं बूढ़ी राप्ती नदियों के जल में आई उफान के कारण बुरी तरह प्रभावित हैं और कई सड़कें जलमग्न हो गई हैं। जिससे आवागमन बाधित हो गया है । बिस्कोहर क्षेत्र में सिंगारजोत-शाहपुर राप्ती नदी के उफान के कारण बिजौरा से लेकर गागापुर तक पानी में डूबा हुआ है। सड़क पर पानी के तेज बहाव के चलते आवागमन ठप हो गया है। इसके अलावा गागापुर सफीपुर मनिकौरा रोहॉंवखुर्द सहित एक दर्जन से अधिक गॉंव बुरी तरह बाढ़ की चपेट में हैं। इसी तरह बूढ़ी राप्ती नदी का जलस्तर के खतरा बिंदु से ऊपर होने के कारण लगभग दर्जनभर से अधिक गांव के लोगों में दहशत व्याप्त हो गयी है।

परसोहन घाट पर बूढ़ी राप्ती नदी के जल स्तर में काफी वृद्धि हो रही है जिससे इमिलिया लमुइया व बसंतपुर बेलघरिया कोहल नोडिहवा पहाड़पुर आदि सहित दर्जनों गांव बाढ़ के पानी से घिरे हैं। ग्राम परसोहन का तो अस्तित्व ही खतरे में आ गया है। पीडब्ल्यूडी की रोड पर तीन फीट पानी चल रहा है। जिसके कारण लोगों बिस्कोहर टाउन आने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

पानी से घिरा डुमरियागंज का ग्राम पेडारी

डुमरियागंज प्रतिनिधि के अनुसार ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम पंचायत बहेरिया के भलुआही गांव समेत अन्य जगहों पर बाढ़ का पानी घरों में भर गया है। इसके अतिरिक्त बिथरिया, धनुवाडीह, परसपुर आदि गांव में धान की फसल बाढ़ के पानी में डूबी हुई है। जिससे किसानों की फसल बर्बाद होने की आशंका सताने लगी है। लोगों का आरोप है की बाढ़ को लेकर जिम्मेदार बेखबर बने हुए हैं, अभी तक इस इलाके की सुधि किसी ने नहीं ली है। शनिवार को बहेरिया प्रधान प्रतिनिधि दिलीप पाण्डेय उर्फ छोटे ने ग्राम पंचायत के राजस्व गांव भलुआही में बाढ़ प्रभावित लोगों का हाल जाना। उन्होने दूरभाष के जरिए हल्का लेखपाल सहित एसडीएम त्रिभुवन कुमार को वस्तुस्थिति से अवगत कराया और प्रशासनिक मदद किये जाने की मांग की। इस संबंध में एसडीएम त्रिभुवन ने बताया कि बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद के लिए प्रशासन पूरी तरह से तत्पर है। प्रभावित लोगों की हर संभव मदद की जा रही है।

 

 

 

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