साम्प्रदायिक ताकतों को नकारने के लिए देश की जनता को धन्यवाद- आफताब आलम
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। पचीस दिसम्बर का दिन शांति से गुजर जाने पर बसपा नेता और डुमरियागंज प्रभारी आफतब आलम ने देश की जनता को धन्यवाद देते हुए कहा है कि इसे साम्प्रदायिक शक्तियों में हताशा व्याप्त है। उन्हें आने वाले दिनों में अपनी राजनीतिक पराजय का संकेत मिल गया है। उन्होंने कहा कि मंदिर के नाम पर सत्ता के लिए चलाये आंदोलन का विफल कर जनता ने राजनीतिक परिपक्वता का पचिय दिया है, जिसके लिए वह बधाई की पात्र है।
आज यहां जारी एक बयान में बसपा नेता आफताब आलम ने कहा कि कुछ राजनीतिक ताकतें सत्ता के लिए मंदिर मस्जिद विवाद को भड़का कर हिंदू मुस्लिम में तनाव पैदा करने में लगीं थीं। जिससे देश में हिंसा की आशंका भी व्याप्त थी। लेकिन देश के हर वर्ग के लोगों ने किसी विवाद या उत्तेजनात्मक प्रतिक्रिया से अपने को अलग रख कर साबित कर दिया कि वे अब किसी की राजनीति के लिए इस्तेमाल होने वाले औजार नहीं बन सकते।
उन्होंने कहा कि देश की जनता समझदार हो चुकी है।वह नून तेल लकड़ी जैसी समस्याओं से त्रस्त है।महंगाई सुरसा की तरह बढ़ती जा रही है। भष्टाचार के आरोप में इनके नेता पकड़े जा रहे हैं। अपराध चरम पर है। जनता अपने मूल सवालों का जवाब मांग रही है। जानता समझ गई है कि कुछ जिम्मेदार लोग इन्हीं सवालों से बचने के लिए जनता को धार्मिक वालों में उलझा रहे हैं। लेकिन आम-अवाम धन्यवाद की पा़त्र है कि वह सच्चाई समझ गई है और साम्प्रदायिक शक्तियों के झांसों से दूर हो गई है।