सनकी प्रेमी ने किया युवती के पूरे परिवार पर हमला, बेटी की सुरक्षा में बाप की जान गई
मां और बेटी दोनों गंभीर रूप से घायल, मेडिकल कालेज में
चल रहा इलाज, पागल प्रेमी की गिरफ्तारी में लगी है पुलिस
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। मिश्रौलिया थाने के केवटलिया गांव का रामलला बेटी को बचाने के लिए हर वह कदम उठा रहा था, जो एक पिता कर सकता है। गांव के ही पट्टीदार और पड़ोसी मुकेश की सनक ने उसकी जिंदगी को बोझिल कर दिया था। इस स्टोरी में ऊपर लगाये गये चित्र को गौर से देखिए। सफेद शर्ट पहने युवक मुकेश खाकू लहराते हुए पूरक परिवार को धमका रहा है। लगभग एक साल पहले इस मुकेश ने उसकी बेटी किरन का अपहरण कर दिल्ली ले गया था। मामला शांत रहे, इसलिए रामकला ने थाने में मुकदमा दर्ज नहीं कराया। रिश्तेदारी और गांव की इज्जत के लिए समझौता कर लिया। मगर शनिवार को फिर इसी मुकेश ने चाकू लेकर पूरे परिवार को धमकाया और किरन को फिर से ले जाने की कोशिश की और विफल रहने पर पूरे परिवार पर चाकू से हमला किया, जिसमें किरन के पिता रामलाला की जान गई तथा मां बेटी गंभीर रूप से जख्मी होकर मेडिकल कालेज गोरखपुर में भती हैं।
मुकेश की यनक भरी हरकतों से पूरा परिवार वाकिफ था। इसलिए बेटी की सुरक्षा के लिए रामकला ने कठिन निर्णय लिया और उसे मुंबई में रिश्तेदारों के पास भेज दिया। पिता ने सोचा था कि अब बेटी सुरक्षित है, घर का माहौल सामान्य होगा। लेकिन किस्मत ने साथ नहीं दिया। करीब 15 दिन पहले बेटी लौटी तो मुकेश फिर सक्रिय हो गया। वह वही पुरानी हरकतें करने लगा। रामकला उसे रोकते, उलाहना देते, मगर वह न मानता। और फिर शनिवार की शाम वही डरावना क्षण आ गया, जिससे रामकला सबसे ज्यादा डरते थे। मुकेश ने किरन को न पाने से निराश होकर चाकू लहराता रामलला के घर पहुंचा और वाद विवाद के दौरान, पूरे परिवार पर चाकू से हमला कर दिया। हमले में बेटी और पत्नी घायल हुईं और खुद रामलला इस हमले में अपनी जान गंवा बैठे।
एक पिता जिसने मुकेश की सनक भरी हरकतों के बाद भी समाज और रिश्तों की खातिर कानूनी रास्ता नहीं चुना, जिसने बेटी को दूर भेजकर सुरक्षा दी, अंततः उसी सनक के आगे न केवल हार गया, बल्कि उस निरीह को जान भी गंवानी पड़ गई। यह घटना न केवल कानून और व्यवस्था की कमी पर सवाल है बल्कि एक पिता की बेबसी, त्याग और बेटियों की असुरक्षा की दर्दनाक इबारत भी लिखती है। पुलिस अधीक्षक डा.अभिषेक महाजन का कहना है कि घटना को लेकर तरह-तरह की बातें सामने आ रही हैं। कोई कुछ विवाद बता रहा है। कोई कुछ और कह रहा है। सर्वप्रथम घायलों की जान बचानी जरूरी है। आरोपित जल्द गिरफ्तार होगा। स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।





