बीस माह से मानदेय नहीं मिला, प्रेरकों के घर रोटी के लाले, ज्ञापन सौंपा

October 20, 2015 8:42 AM0 commentsViews: 115
Share news

हमीद खान
shiksha

इटवा ब्लाक में साक्षर भारत मिशन के तहत कार्यरत प्रेरकों का  मानदेय तकरीबन 20 माह से नहीं किया जा रहा है। जिससे उनके परिवारों पर संकट आ गया है। उनके घरों में रोटी के लाले हैं। मगर प्रशासन इस पर ध्यान नहीं दे रहा है।

इस बात से नाराज प्रेरकों ने सोमवार को खंड शिक्षा अधिकारी इटवा राजेश कुमार को ज्ञापन देकर 20 माह से लंबित मानदेय भुगतान करने व प्रशिक्षण प्रमाण की मांग की। मानदेय नहीं मिलने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी हैं

ज्ञापन में प्रेरकों ने उल्लेख किया है कि लोक शिक्षा केन्द्रों के माध्यम से वह हम रैपिड सर्वे, बतौर बीएलओ निर्वाचन कार्य में सहयोग आदि ईमानदारी से कर रहे हैं। इतना कम मानदेय होने के बाद भी साक्षारता समन्वयक द्वारा कभी फीडिंग कराने के नाम पर तो कभी कार्य प्रमाण पत्र के नाम पर धन भी लिया जाता है।

बवजूद इसके 20 माह से प्रेरकों का मानदेय भुगतान नहीं किया गया। वहीं कई माह पूर्व प्रेरकाें का जो तीन दिवसीय प्रशिक्षण कराया गया था, उसका अभी तक कोई प्रमाणपत्र भी पहीं मिला।

प्रेरक सुखदेव भारती, संतोष कुमार आजाद, अर्चना गौतम, अभयनन्दन, दुर्गेस सिंह, जंगबहादुर चौधरी, पुष्पावती सिंह, शिवकुमारी, मोहनलाल, रामफेर, मशीउद्दीन, नानबाबू मौर्य, चांदनी श्रीवास्तव, श्रद्धा पाण्डेय, उर्मिला मौर्य, राधेश्याम आदि लोगो ने अविलम्ब मानदेय भुगतान करने तथा प्रशिक्षण प्रमाण पत्र दिलाने की मांग की है।

Leave a Reply