आखिर क्या है इंसपेक्टर पंकज शाही की मौत का रहस्य ?

May 30, 2019 12:24 PM0 commentsViews: 2606
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नजीर मलिक

पत्नी और बेटे के साथ इंसपेक्टर स्व. पंकज कुमार शाही

सिद्धार्थनगर। पुलिस विभाग सिद्धार्थनगर के सर्विलांस सेल प्रभारी इंसपेक्टर पंकज शाही की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है। जिसमें मौत का कारण स्पस्ट नहीं हो सका है लिहाजा सघन जांच के लिए विसरा सुरक्षित कर लिया गया है। पोस्टमार्टम रिर्पोट में मौत के कारण का पता न चलना इस सवाल को जन्म देता है कि आखिर पुलिस इंसपेक्टर पंकज कुमार शाही की मौत की वजह क्या थी?

सूत्र बताते हैं कि इंसपेक्टर शाही की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की कोई वजह साफ नहीं हो पाई है। ऐसे में मौत के संभावित समय के आधार पर कयासबाजियां की जा रही हैं। जानकार बताते हैं कि पंकज शाही 22 मई को अंतिम बार आफिस परिषर में देखे गये थे। दोपहर करीब एक बजे वे एक सिपाही से बात चीत में आराम करने की बात कह कर चले गए। और सातवें दिन उनके आवास से उनकी लाश बेहद खराब हालत में बरामद हुई।

क्या हो सकती है मौत की वजह

पंकज शाही पूरी तरह स्वस्थ और बलिष्ठ थे। उनको कोई अंदरूनी बीमारी भी नही थी। पारिवारिक भी अत्यंत जीवंत थे। अतएव यह नहीं कहा जा सकता कि किसी डिप्रेशन के तहत उन्होंने आत्म हत्या की होगी। नौकरी के दौरान कई साहसिक कारनामें अंजाम देने वाले इस युवा दारोगा ने डिप्रेशन जैसे रोग का कोई लक्षण नहीं था, जो आत्म हत्या का महत्वपूर्ण कारक होता है। इसलिये उनके आत्म हत्या करने की बात गले से नीचे नहीं उतर रही है।

तो क्या हार्ट अटैक के कारण गई जान?

इंसपेक्टर पंकज शाही के जीवन का एक काला पक्ष भी था। फर्जी मुठभेड़ के मामले में उन्हें गिरफतार किया गया था। वह काफी दिनों तक जेल में भी रहे थे। संभव है कि उसकी जांच या अदालती प्रक्रिया के दौरान उन्हें कुछ शाक लगा हो, जिसे लगातार सोचने पर उन्हें हाइपर टेंशन के चलते हार्ट अटैक हुआ हो और उनकी मौत हो गई हो। इसके अलावा अन्य कोई प्रत्यक्ष कारण नजर नहीं आता।

पुलिस विभाग का रवैया बेहद गैरजिम्मेदार

इस संबध में पुलिस का रवैया बहुत गैर जिम्मेदाराना माना जा रहा है। 22 मई को मतगणना के लिए डि्यूटी का आवंटन होना था। पंकज शाही डि्यूटी से गैर हाजिर मिले मगर विभाग को खास चिंता न हुई। 23 मई को मतगणना के दौरान भी उनके गैरहाजिर रहने पर काई हलचल नहीं दिखी। इंसपेक्टर शाही की लाश सात दिन तक आवास में पड़ी रही। 28 मई को उनके आवास से तीव्र दुर्गंध उठने पर ही विभाग को उनकी मौत की जानकारी मिल सकी। पंकज शाही के भाई सोनू शाही ने भी विभाग पर आला दर्जे की लापरवाही वरतने का आरोप लगाया है।

विसरा जांच के बाद ही सच पता चलेगा

समाचार लिखे जाने तक पता चल है कि पंकज शाही का सुरक्षित विसरा जांच के लिए राजधानी भेज दिया गया है। वहां से रिपोर्ट मिलने के बाद ही उनके मौत के बारे में कुछ कहा जा सकेगा। फिलहाल उनके परिवार में मौत को लेकर शोक और कोहराम मचा हुआ है।

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