गिरफ्तार थाईलैंडी युवती अल्हड़ प्रेमिका या शातिर जासूस? कई एजेंसियां पूछताछ में जुटीं
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। बिना वीजा के बरास्ते नेपाल से भारतीय सीमा में प्रवेश के बाद पकड़ी गई 27 वर्षीया थाईलैंड की युवती यौवलक क्या अपने प्रेमी से मिलने के लिए यह कदम उठाया अथवा वह किसी देश की शातिर जासूस है? इसको लेकर पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है। फिलहाल उससे मुकामी पुलिस के साथ आईबी व अन्य सुरक्षा एजेंसिंयां पूछताछ में लगी हुई हैं। उसका अपराघ केवल सीमा उल्लंघन ही नहीं है,बल्कि उसने भारत का फर्जी आधार कार्ड बनवा कर भारत में प्रवेश किया है, जो गंभीर अपराध माना जाता है।
उसके पास से पाये गये कागजातों के आधार पर युवती का नाम यौवलक (27) पुत्री नगमफट है। वह थाईलैंड के महा शरखम की रहने वाली है। उसके पास फर्जी आधार कार्ड मिला। नाम शिवानी घोषले और पता महाराष्ट्र लिखा हुआ है। युवती काठमांडो से ट्रैवल एजेंसी की बस में बैठकर दिल्ली जा रही थी, दिल्ली के रास्ते अहमदाबाद जाने वाली थी। शनिवार सुबह यूपीं के सिद्धार्थनगर जिले के खुनुवां बॉर्डर नेपाल से भारतीय सीमा पर बस ने प्रवेश किया तभी एसएसबी व पुलिस की संयुक्त टीम ने चेकिंग के दौरान संदिग्धता के आधार पर युवती को पकड़ लिया गया। उसके कब्जे से पासपोर्ट व फर्जी आधार कार्ड बरामद हुआ।
सामान्य पूछतताछ में 27 वर्षीया यौवलक ने बताया कि वह अपने म़ित्र से मिलने गुजरात के अहमदाबाद जा रही थी। लेकिन वीजा नहीं मिलने पर उसने एक एजेंट माध्यम से नेपाल से खुनुवां के रास्ते अहमदाबाद जाने का फैसला लिया। लेकिन सवाल है कि उसे मित्र से मिलने की ऐसी क्या जल्दी थी कि उसने मित्र से मिलने के लिए ऐसा आपराधिक कृत्य कर डाला। वह वैध वीजे के लिए कुछ दिन और प्रतीक्षा कर सकती थी।
पूछताछ में लगी सुरक्षा एजेंसियां यौवलक के इस बयान पर विश्वास नहीं कर पा रही हैं। वैसे भी सुरक्षा एजेंसियां इस तरह के बयानों पर फौरन विश्वास करने के बजाए तथ्यों का क्रास चेक करती हैं। क्योंकि आम तौर ऐसे मामले हनी ट्रैप के भी होते हैं, जिनके सहारे जासूसी के बड़े बड़े कामों को अंजाम दिया जाता है। इसलिए सुरक्षा एजेंसियां उससे गहन पूछताछ में लगी हैं। सूत्रों के अनुसार समाचार लिखे जाने तक पुलिस सीओ सुजीत कुमार राय, कमांडेंट उज्जवल दत्ता सहित अन्य सुरक्षा एजेंसियां पूछताछ में जुटी हुई है।
इस बारे में पुलिस अधीक्षक डा. अभिषेक महाजन ने बताया कि मामले की छानबीन पुलिस के साथ अन्य एजेसियां भी कर रही हैं। ऐसे में पकड़ी गई युवती यौवलक का अपने मित्र से मिलने की बात जाना प्रमाणित भी हो जाये, तो भी फर्जी आधर कार्ड बनवा कर उसने एक आपराधिक कृत्य तो कर ही डाला है। जिसे कूट रचित दस्तावेज तैयार करने/ कराने के अपराध में भारत में वह लम्बे समय तक जेल काट सकती है।