सैल्यूट आपकोः कश्मीरियों को बचा कर जफर रिज्वी ने इंसानियत और सिद्धार्थनगर का मान बढ़ाया

March 8, 2019 2:36 PM0 commentsViews: 1192
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— सिद्धार्थनगर जिले के कदीम गांव हल्लौर (डुमरियागंज) के रहने वाले है जफर रिज्वी भाई

 

नजीर मलिक

उत्पी़ड़न के शिकार कश्मीरी के साथ इसानियत के पुजारी जफर रिज्वी

यूपी की राजधानी लखनऊ में ड्राई फूट बेच रहे निरीह कश्मीरियों की बर्बर पिटाई की घटना आपने खबरों में देखी होगी। वायरल विडियों में आपने यह भी देखा हेगा कि भगवा कुर्ता पहने और गले में गमछा डाले एक हिंदुत्वादी संगठन केकिथित वर्कर किस तरह निर्दोष कश्मीरी को लाठियों से पीट रहे है और एक आदमी ने किस तरह इंसानियत की रक्षा करते हुए उसे बचाया ही नही उन गुंडो को जेल पहुचाने में भी उनकी मदद की। हालांकि इस काम में खतरा बहुत था।

तो जानियेǃ उस फरिश्ते  का नाम जफर रिज्वी है। वह सिद्धार्थनगर जिले के हल्लौर कस्बे के रहने वाले हैं और वर्तमान में लखनऊ में रहते हैं। वह हल्लौर निवासी बिल्डर नवैद रिज्वी के चचाजात भाई हैं। जफर भाई ने अपने जज्बे के चलते अपने गांव हल्लौर का ही नही समूचे जनपद का मान बढ़ाया है। आज उनके इस नेक काम की पूरे भारत की मीडिया में चर्चा है। इसे सुन पढ़ कर समूचे सिद्धार्थनगरवासी गौरान्वित हैं।

कश्मीरियों को पीटने के आरोप में पकड़े गये विश्व हिंदू युवा दल के सदस्य

क्या हुआ था बुधवार को?

दरअसल बुधवार यानी घटना के दिन लखनऊ स्थित डालीगंज पुलि के पास कुछ गरीब कश्मीरी डाई फ्रूट बेच रहे थे। अचानक भगवा कप्उे पहने और हाथ में डंडे लेकर कुछ लोग वहां पहूंचते हैं। और कश्मीरियों को बर्बर तरीके से पीटने लगते है। वे सब अपने आपको “विश्व हिंदू दल” का पदाधिकारी बताते हैं और कहते है कि यही लोग कश्मीर में नत्थर चलाते हैं।

जफर को छोड़ कर कोई बचाने नहीं आया

बताया जाता है कि वे लोग कश्मीरियों को पीट रहे थे लेकिन उन्हें कोई नहीं बचा रहा था। थाना वहां से सौ कदम की दूरी पर था, मगर मदद नही मिल पा रही थी। अचानक जफर रिज्वी वहां पहुंचते हैं और उन गुंडों को रोकते हैं। वे कहते है कि अगर ये कश्मीरी अपराधी है तो पुलिस बुलाइये। इस दौरान पुलिस बुलाई जाती है और निर्दोष कश्मीरी छोड दिये जाते है।

कश्मीरियों के अलावा पुलिस उन भगवा गुंडों को भी छोड़ देती है, मगर उस घटना की बनाई विडियों वायरल कर दी जाती है। उसके बाद देश भर में हंगमा मच जाता है। ऐसे में पुलिस सक्रिय होती है और चारों जेल के सीखचों के पीटे पहुंच जाते हैं। मीडिया का दाव न होता तो शायद आरोपी जेले के सीखचों तक न पहुंच पाते।

  कौन कौन पकड़े गये, किस संगठन के थे?

पकड़े गये आरोपियों की पहचान बजरंग सोनकर और हिमांशु अवस्थी के रूप में हुई है। ये लोग विश्व हिंदू दल नामक एक संगठन चलाते हैं। हिमांशु अवस्थी इसके अध्यक्ष तो बजरंग सोनकर महानगर अध्यक्ष हैं। इनकी फसेबुक वाल पर मुस्लिम विरोधी और नफरत फलाने वाली पोस्टें भी थी, जो अब हटा ली गई हैं। बजरंग सोनकर और हिमांशु अवस्थी के अलावा दो और युवक भी गिरफ्तार हुए हैं, जो इस दौरान आरोपी युवकों के साथ थे। उत्तर प्रदेश के डीजी और एडीजी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

क्या कहते है जफर रिज्वी?

इस घटना को लेकर  जफर रिज्वी ने अपने फेसबुक पर लिखा है कि जब से उन्होंने कश्मीरी युवकों के लिए बीच-बचाव किया है, तब से उनके पास लगातार मीडिया के फोन आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह सभी चीजें गैरजरूरी हैं। उन्हें हीरों नहीं बनाया जाए। उन्होंने एक मनुष्य होने के नाते अपना फर्ज निभाया। रिज्वी ने लिखा है कि उनके साथ एक और व्यक्ति थे, जिन्होंने उनका सहयोग किया था और कश्मीरी युवकों को बचाने में उनकी मदद की थी। सलाम अपको जफर रिज्वी साहब।

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