जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए मिथिलेश शर्मा बन सकती हैं राजनीतिक त्रिकोण का तीसरा कोण

April 6, 2021 2:10 PM0 commentsViews: 1371
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नजीर मलिक

सिद्धार्थनगर।त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के लिए अभी नामांकन की प्रकिया भी शुरू नहीं हुई, लेकिन राजनीतिक गलियारों में भविष्य के मद्देनजर समीकरणों का ताना बाना बुनना शुरू हो चुका है। सत्ता और प्रमुख विपक्षी दल की ओर दावेदारी से पंचायत अध्यक्ष पद के लिए दोदार चेहरे भी तकरीबन सामने आ चुके हैं। लेकिन जिले के एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घराने की श्रीमती मिथिलेश शर्मा जिला पंचायत सदसय चुनाव लड़ने का एलान करके सीधे सियासी कोण को त्रिकोण में बदल दिया है। राजनीति की समझ रखने वाले स्थानीय लोग यह जानते हैं कि मिथिलेश शर्मा का जिला पंचायत सदस्य जैसे सामान्य पद पर लड़ना अनायास नहीं हो सकता है।

खबर है कि मिथिलेश शर्मा इस बार जिला पंचायत सदस्य क्षेत्र संख्या 22 से लड़ेंगी। इस बात का अधिकृ एलान उनके पुत्र और जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष प्रतीक राय ने किया है। इसी सीट से दो बार श्रीमती मिथिलेश की सास भी दो बार जीत चुकी हैं। परन्तु इस बार उनके चुनाव लड़ने के इरादे में एक नये इरादे की झलक मिलती है। उनके समर्थक बताते हैं कि इस बार वह जिला पचायत अघ्यक्ष का चुनाव लड़ने के इरादे से मैदान में उतरेंगी।                                                                                                                                                                                                                                                                                                    कौन हैं मिथिलेश शर्मा 

जनता के मन में जिज्ञासा होगी कि यह मिथिलेश शर्मा आखिर कौन हैं? तो बता दें कि मिथिलेश शर्मा जिले के कोआपरेटिव की राजनीति करने वाले जिला कोआपरेटिव बैंक के कई बार के इध्यक्ष रहे स्व. सुधीर शर्मा की पत्नी हैं। वर्तमान में मिथिलेश शर्मा के पुत्र प्रतीक शर्मा बैंक के अयक्ष हैं। प्रतीक क दादा जी स्व. शिवनाथ राय शर्मा भी संयुक्त बस्ती सिद्धार्थनगर जिले के कई बार अध्यक्ष रहे थे। यह परिवार राजनीति में माता प्रसाद पांडेय, कमाल यूसुफ मलिक से लगायत भाजपा, बसपा के कई दिग्गजों से करीबी रिश्ता रखता है। इन्हीं रिश्तों के बल पर यह परिवार कई चुनावी युद्धों का समीकरण बना बिगाड़ चुका है।

इस बार की रणनीति क्या है

तो इस बार मिथिलेश शर्मा के चुनाव लड़ने का अभिप्राय क्या है? जानकार बताते हैं कि इस बार भाजपा और सपा की ओर से अध्यक्ष पद के कोई एक दर्जन दावेदार हैं। जाहिर है कि इनमें दोनों पार्टियां किसी एक को ही अपना समर्थन देंगी। ऐसे में अपने समर्थक वोटों में असंतुष्टों को साध कर उनके मतों को जोड़ कर अपनी जीत का समीकरण बनाने की कोशिश करेंगी। श्रीमती मिथिलेश के पुत्र जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष प्रतीक राय कहते भी है कि उनके परिवार से तमाम दलों के राजनीतिज्ञों से बेहद करीबी रिश्ते रहे हैं। वे दलीय राजीति से इतर उन्हें मदद देंगे, इसकी उन्हें पूरी उम्मीद है।

तो यह है नये समीकरणें की बात। श्रीमती मिथिलेश चुनाव में उतर चुकी हैं। इस पारंपरिक सीट से उन्हें जीतने की पूरी आशा भी है। तो तैयार रहिए एक नये समीकरण के लिए, यदि वह बनता है तो अध्यक्ष पद का चुनाव निश्चय ही बेहद रोमांचक होगा।

 

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