जानिए- क्या है आपके जिला पंचायत के दिग्गज प्रत्याशियों के क्षेत्र का हाल कौन फंसेगा, कौन हंसेगा?

April 19, 2021 2:40 PM0 commentsViews: 1204
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नजीर मलिक

प्रमुख दावेदार शीतल सिंह

सिद्धार्थनगर। जिले में जिला पंचायत सदस्य पद की कुल 45 सीटें हैं।  इनके लिए कुल 175 दावेदार नामांकन है। इनमें एक दर्जन सीट को हाट सीट माना जा रहा है। समझा जा रहा है कि इन्हीं सींटों में से जीतने वाले उम्मीदवार आखिर में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए भी दावेदारी पेश करेंगे। इन हाट सीटों की प्रारम्थिक स्थिति क्या है तथा आगे चल कर हालात क्या हो सकते हैं। तो आइये डालते हैं इन सीटों पर एक नजर और देखते हैं कि क्या हो रहा है और आगे क्या होने वाला है।

मिली जानकारी के अनुसार जिला पंचायत सदस्य के कुल 45 सीटों में लगभग दो दर्जन प्रत्याशी ऐसे है, जिनकी सीटें किन्हीं न किन्हीं कारणों से हाट सीट बन चुकी है। इसका कारण यह है कि जिले के कई वरिष्ठ नेतागण अपने परिजनों को चुनाव लड़ा रहे हैं, जिसके कारण उनकी प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई  है। एक अन्य कारण यह भी है कि जिला पंचायत अध्यक्ष पद की सीट महिला के लिए आरक्षित है। इसलिए कई सम्पन्न, प्रतिष्ठित या राजनैतिक परिवारों की महिलाएं चुनाव मैदान मे हैं। इस कारण से उनकी सीट भी महत्वपूर्ण और हाटसीट मानी जा रही है। इन सीटों का समीकरण जानना दिल्चस्प होगा। कौन जीत कर हंसेगा, कौन हार कर दुखी होगा, इसका पता तो मतगणना के बाद ही पता चलेगा। परन्तु इस समय इन सीटों के चुनावी परिदृश्य को तो समझा ही जा सकता है।

अध्यक्ष की पहली और सबल दावेदार निर्विरोध निर्वाचित

इन चुनावों में अयक्ष पद को ध्यान मे रख कर लगभग एक दर्जन महिलाएं  पूरी तरह से चुनाव मैदान में हैं। अध्यक्ष पद की एक सशक्त दावेदार और भाजपा समर्थित प्रत्याशी शीतल सिंह तो निर्विरोध  निर्वाचित भी हो चुकी हैं।  नामांकन के समय यही सीट सबसे हाट मानी जा रही थी। मगर राजनैतिक करिश्मा ऐसा हुआ की वे अन्ततः निर्विरोध चुन ली गईं।  उनके पति उपेन्द्र प्रताप सिंह मजबूत संसाधन वाले व्यक्ति हैं। वह बड़ी श्रेणी के कांट्रैक्टर और मृदुभाषी है। लोगों में अभी से चर्चा है कि वहीं अध्यक्ष पद के सबसे प्रबल दावेदार है और भाजपा  उनकी पत्नी शीतल सिंह भाजपा की उम्मीदवार बन सकती हैं। 

  अध्यक्ष पद की दावेदारों की सीट का हाल

अपने मन मस्तिष्क में अध्यक्ष पद का ख्वाब पालने वाले और भी तमाम लोग हैं। चचा हैं कि र्वा नम्बर 37 से ऊषा त्रिपठी चुनाव लड़ रही हैं।  वे अभी हाल तक जोगिया से प्रमुख रही है। उनके पति कौशलेन्द्र त्रिपाठी भी इसी ब्लाक के प्रमुख रह चुके हैं। उनके भाजपा और सपा दोनों ही दलों में गहरे सम्पर्क हैं। ऐसी दशा में श्रीमती ऊषा त्रिपाठी भी एक दावेदार साबित हो सकती हैं। उनकी छवि एक ईमानदार ब्लाक प्रमुख की रही है।इसके अलावा शोहरतगढ़ तहसील के 6 नम्बर वार्उ से उमेश सिंह की पत्नी अनीता सिंह चुनाव लड़ रही हैं। पहले उनके पति उमेश सिंह जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ते थे, मगर इस बार पत्नी को लड़ाने के अपने निहितार्थ हैं। उमेश सिंह पूर्व में जुझारु छात्र नेता रहे हैं। आज भी समाज सेवा में हैं। वे उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह के काफी करीबी माने जाते हैं। फिलहाल अनीता सिंह त्रिकोण मुकाबले में फंसी हैं। जीतने पर वे अध्यक्ष पद की दावेदारी कर सकती हैं।

इसके अलावा  संघ के वरिष्ठ नेता व भाजपा के पूर्व प्रदेश संगठन मंत्री  बृजबिहारी मिश्र की पत्नी वार्ड नम्बर एक से और भाजपा के पूर्व जिलध्यक्ष लाल बाबा त्रिपाठी की पत्नी महेश्वरी त्रिपाठी वार्ड नम्बर 41 से चुनाव में मैदान में तिकोनी व चौकानी लड़ाई का कड़ा सामना कर रही हैं। जीतने के बाद वह भी भाजपा से अपनी दावेदारी ठोंक सकती हैं।

सपा से अध्क्ष पद के दावेदार

समाजवादी पार्टी में अध्यक्ष पद को लेकर बहु ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखती। इसका कारण भाजपा का सत्ता में हेना हैं। सत्ता में आने के बाद भाजपा ने यहां के जिला पंचायत अध्यक्ष को जिस प्रकार हटाया तथा सपा के ब्लाक प्रमुखों को उनके पदों से बेदखल किया वह सपाइयों को अब तक याद है। फिर भी वार्ड नम्बर 17 से सपा समर्थित प्रत्याशी और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष पूजा यादव को एक मात्र दावेदार माना जा रहा है।  सपा नेता राम कुमार चिनकू सादव की पत्नी पूजा यादव यहां सीधी लड़ाई में हैं। जीतने पर यदि हालात बने तो अध्यक्ष पद की दावेदार बन सकती हैं।

इसके अलावा वार्ड संख्या 16 से सपा नेता त्रिभुवन यादव की पत्नी प्रियंका यादव चुनाव मैदान में हैं। वे चतुष्कोणीय लड़ाई में उलझी हुई हैं। उनके पास भी मानव व भौतिक संसाधन की कमी नहीं है। अगर वे चुनाव जीत कर आईं और सपा केलड़ने के हालात बने तो प्रियंका अपनी दावेदारी ठोंक सकती हैं। उन्हें सपा के जिला संगइन के नेताओं का समर्थन प्राप्त है। यद्यपि वे सपा समर्थत प्रत्याशी कतिपय कारणों से नही बन पाई हैं। परन्तु सपा जिलाध्यक्ष और पूर्व लालजी यादव ने उनके जिताने का मतदाताओं से समर्थन का खुल अपील किया है।

 

 

 

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